(कार्तिक बाविशी )वलसाड में भारी बारिश के दौरान तंत्र की प्री मानसून की कामगिरी की पोल खुल गई थी वलसाड में तंत्र की हालत लकवाग्रस्त जैसी हो गई है लोगों की परेशानियां तंत्र देखता ही नहीं है प्रमुखों ,नेताओं चुनाव के दौरान वोट मांगने के लिए निकलते हैं लोगों की समस्या के लिए निकले तो सच्चे नेताओं माने जाएंगे ऐसा करेगा कौन यह सोचने वाली बात है वलसाड के छीपवाड, मोगरावाड़ी , जैसे अनेक महलों में पानी बह रहा है लोग तंत्र की कामगिरी पर फिटकार बरसाए है
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