फ़िल्म “सूरमा” संदीप सिंह के जीवन पर आधारित है और देश के लिए जीतना ही संदीप के जीवन का एकमात्र उद्देश्य है।
संदीप सिंह उर्फ फ्लिकर सिंह ने अपने जीवन से एक यादगार श्रण साझा किया है जब 12 अप्रैल 2009 में लगभग 13 साल बाद भारत ने अजलान शाह कप पर जीत हासिल की थी।
यह वास्तव में संदीप सिंह के लिए ख़ास लम्हा था क्योंकि उस समय वह टीम के कप्तान थे और अजलान शाह कप की जीत के दौरान संदीप ने सबसे ज़्यादा गोल स्कोर कर भारत को एतिहासिक जीत दिलाई थी।
संदीप सिंह ने टूर्नामेंट से तस्वीरें अपने इंस्टाग्राम पेज पर साझा करते हुए लिखा,”- देश के लिए खेलना और जीतना मेरा एकमात्र उद्देश्य है। 12 अप्रैल 2009 में लगभग 13 साल बाद हमने अजलान शाह कप पर जीत हासिल की थी। यह हमेशा मेरे लिए एक यादगार श्रण रहेगा क्योंकि मैं इसका कप्तान था, टूर्नामेंट का खिलाड़ी और इसके साथ-साथ उच्चतम गोल स्कोरर भी था। इसके लिए भगवान का धन्यवाद करता हूँ और आप सभी के समर्थन के लिए शुक्रगुज़ार हूँ #sandeepsingh#soorma”
हाल ही में संदीप ने ऑस्ट्रेलिया में चल रहे कॉमनवेल्थ गेम्स में कॉमेंट्री बॉक्स में कमेंट्री कर एक नई पारी की शुरुवात की है।
संदीप को दुनिया का सबसे खतरनाक ड्रैग-फ्लिकर में से एक माना जाता है, जिनकी ड्रैग की स्पीड 145 km/hr है और उनकी इस शानदार स्पीड के चलते उन्हें “फ्लिकर सिंह” के नाम से जाना जाता है।
उन्होंने 2012 के ओलंपिक लंदन में देश का प्रतिनिधित्व करते हुए भारत का नाम रोशन किया था जहां वे क्वालिफायर में सबसे ज़्यादा गोल करने वाले खिलाड़ी थे।
संदीप की कहानी इतनी प्रेरणादायक है कि उनके जीवन पर एक बॉलीवुड बॉयोपीक बनाई जा रही है जिसमे अभिनेता / गायक दिलजीत दोसंघ द्वारा संदीप के किरदार में नज़र आएंगे।