शाहरुख खान की मीर फाउंडेशन कई वर्षों से एसिड पीड़ितों की मदद कर रही है और अब एक फ्री प्लास्टिक सर्जरी शिविर आयोजित करने के लिए तैयार है, जिसमें अतीजीवन फाउंडेशन और न्यू होप अस्पताल के साथ मिलकर विशेष आंखों की सर्जरी चिकित्सा शिविर का भी आयोजन किया जाएगा।
शिविर का उद्घाटन चेन्नई में 13 जुलाई को 9.30 बजे किया गया था और 15 तारीख़ से सर्जरी की जाएगी।
मीर फाउंडेशन अक्सर महिलाओं के सशक्तिकरण और उत्थान के लिए कई गतिविधियों में संलग्न है, विशेष रूप से एसिड हमले की पीड़ितों के लिए काम कर रहे हैं।
देश भर में एसिड हमले की पीड़ितों को बेस्ट क़्वालिटी ट्रीटमेंट देने के लिए अतीजीवन फाउंडेशन, मीर के साथ अपनी साझेदारी में अभी तक 44 एसिड हमले की शिकार पीड़ितों की सर्जरी करवा चुके है।
फाउंडेशन की पहल पर अपने विचार साझा करते हुए, रेड चिलीज़ के वेंकी मैसूर ने कहा,”मीर फाउंडेशन में हम हमेशा एसिड हमले के शिकार लोगों को मदद प्रदान करने का प्रयास करते रहे हैं। पिछले कुछ वर्षों में हमारी यात्रा के माध्यम से, हमने उन महिलाओं को सशक्त करने की कोशिश की है जो अपने जीवन में दर्दनाक हादसे से गुज़र चुकी है। मानसिक आघात के अलावा, पीड़ित दर्दनाक शारीरिक कष्ट का भी सामना करते है और अक्सर इसका इलाज करवाने में असमर्थ रहती है। मीर के माध्यम से, हम पीड़ितों की आर्थिक परेशानी दूर करते है और उन्हें एक बेहतर और खुश जीवन जीने की सुविधा देना का प्रयास करते है। हमारी हर पहल के साथ, हम अधिक संख्या में महिलाओं की मदद करने की ओर अपने कदम बढ़ा रहे है। अतीजीवन फाउंडेशन और न्यू होप अस्पताल के सहयोग से हमारे अगले शिविर में हम दुनिया भर में एसिड हमले के शिकार लोगों को बेस्ट क़्वालिटी ट्रीटमेंट देने के लिए तैयार है।”
अतीजीवन फाउंडेशन के संस्थापक प्रज्ञा सिंह ने कहा,”हम अपने मंच के माध्यम से एसिड पीड़ितों को संभव उपचार और उपलब्ध सशक्तिकरण अवसर देने के लिए तैयार है। पीड़ितों को बेस्ट सर्जरी देने के लिए हम इस शिविर को विभिन्न शहरों में आयोजित करना चाहते है। प्लास्टिक सर्जरी डे के अवसर पर, यह बर्न कैम्प एसिड हमले से बचे लोगों को अच्छी मेडिकल सुविधा प्रदान करने के लिए एक ईमानदार प्रयास है जो मदद की आस में दुनिया के विभिन्न हिस्सों से हमारे पास आते है। पीड़ित की जान बचाने के लिए मैं सही वक्त पर सही सर्जरी का महत्त्व समझता हूँ और देश के सबसे प्रसिद्ध डॉक्टरों के साथ निशुल्क क़्वालिटी सर्जरी देने का इससे बेहतर तरीका कोई नहीं हो सकता। इस नेक काम लिए अपने हॉस्पिटल के दरवाजे खोलने के लिए डॉक्टर सिमोन को धन्यवाद कहना चाहता हूं और सेह ऊए हमारे मुख्य स्पांसर मीर फाउंडेशन का आभारी हूँ जो रियायती सर्जरी लागत के लिए आगे है। इस शिविर ऑक्यूलोप्लास्टिक सर्जरी के प्रथम अन्वेषक प्रो. डॉ निर्मला सुब्रमण्यम के बिना असंभव था जो सबसे अधिक सर्जरी कर चुके है, उन्होंने न केवल मेरे जीवन को बचाया बल्कि मुझे मेरे जैसे अन्य लोगों की देखभाल करने के लिए प्रेरित किया। एसआईएमएस अस्पताल में डॉ. के श्रीधर, वीपी और आईसीएपीएस टीम के प्रमुख, जिन्होंने अपनी ऊर्जा और समर्पण के साथ हमेशा इस शिविर में मुझे प्रेरित किया और हमेशा आगे बढ़ने और सही काम करने की सलाह दी है। डॉ श्रीधर और उनकी टीम ने अतीजीवन के साथ पिछले दो शिविरों में सभी 44 मरीजों की सर्जरी भी की है। मैं उन दोनों को मेरे जीवन मे उनके प्यार, समर्थन और मार्गदर्शन के लिए अत्यधिक ऋणी हूं। उम्मीद करता हूं कि मैं उनकी कुछ उम्मीदों को पूरा करने में सक्षम रहू और पूरे जीवन यह सेवा करता रहा हूं। मैं इस शिविर की प्रतीक्षा कर रहा हूं जो इस बार अधिक विशेष होगा क्योंकि पहली बार हम सभी मरीजों के लिए आंखों की सर्जरी की विशेष आवश्यकता पर ध्यान केंद्रित करने जा रहे हैं। ”
मीर फाउंडेशन समय-समय पर एसिड हमले की पीड़ितों की तरफ़ अपना समर्थन प्रदान करते रहे है और महिलाओं को सशक्त बनाने और मजबूत करने वाली पहल और कार्यक्रमों का आयोजन करते आये है।