दिनेशभाई अडवाणी
भरूच समर्पण ध्यानयोग परिवार एवं जिला प्राथमिक शिक्षा अधिकारी कचेरी के सहयोग से ज।डेश्वर कुमार साला कैम्पस मैं समर्पण ध्यान योग शिविर बड़ी मात्रा में भाविक जनों की उपस्थिति में आगे बढ़ रहा है। आज शिविर का पांचवां दिन। मनुष्य अपने जीवन में जीतना शरीर भाव को छोड़ सके, और आत्म भाव को अपना सके। उतना ही समस्याओं से मुक्त हो सकता है। समाज के सामान्य मनुष्य को ध्यान साधना के लिए हिमालय जाने की जरूरत नहीं है। समर्पण ध्यान के सरल अभ्यास से समाज में रहकर भी व्यक्ति अपना सर्वांगीण विकास एवं आध्यात्मिक उन्नति कर सकता है। समाज की सभी जिम्मेदारियों का निर्वहन करते हुए कोई भी व्यक्ति अध्यात्म की उच्च स्थिति को प्राप्त कर सकता है। वह अपने जीवन से श्री शिव कृपानंद स्वामी जी ने समाज को दर्शाया है। रोज नियमित आधा घंटा ध्यान दिन के बाकी के समय को बेहतर बनाता है। ११ तारीख से शुरू हुई आठ दिवसीय निःशुल्क समर्पण ध्यान शिविर में यही बताया गया है। श्री शिव कृपा स्वामी जी की हिमालय में की हुई साधना और आध्यात्मिक वाणी क। लाभ पाने बड़ी मात्रा में भाविक जन उपस्थित हो रहे हैं। और प्रवचन के साथ ध्यान का अनुभव प्राप्त कर रहे हैं। समर्पण ध्यान सरल अनुभूति का मार्ग है। अभी भी चार दिन बाकी है। किसी भी धर्म, जाति के सभी भाविक जनों को समर्पण ध्यान योग परिवार, भरूच सस्नेह आमंत्रित करता है। ज।डेश्वर कुमार साला कैम्पस, रोज शाम साढ़े सात बजे से।